HAL 8703 cr defence order: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ( HAL ), जो भारत की एक प्रमुख विमानन कंपनी है, ने 13 मार्च को रक्षा मंत्रालय से 2 बड़े आर्डर हासिल किये हैं। जिनकी कुल कीमत लगभग 8,073 करोड़ है। इसे HAL के लिए एक “धमाकेदार वापसी” माना जा सकता है, ख़ासतौर से तब जबकि 12 मार्च को ही राजस्थान के जैसलमेर में सेना के युद्धाभ्यास “भारत शक्ति” के दौरान फाइटर जेट तेजस क्रैश हो गया था । हालाँकि यहाँ पर हमारे लिए ये जानना बहुत ही आवश्यक है की यह 23 वर्षों में हुआ तेजस का पहला क्रेश है।
34 एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) Dhruv Mk III उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर
इस ऑर्डर में एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) Dhruv Mk III संस्करण के 34 इकाइयों की आपूर्ति की जानी है। जिसमे से भारतीय सेना को 25 ALH, जबकि भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) को शेष 9 इकाइयां सौंपी जाएंगी।
भारतीय सेना को दिए जाने वाले 25 ALH Dhruv Mk III UT (Utility) की विशेषताएं-
ALH Dhruv Mk III UT (Utility) संस्करण, राहत एवं बचाव, सैन्य परिवहन, आंतरिक कार्गो परिवहन, रेकी / युद्ध क्षेत्र से हताहतों की आपातकालीन निकासी आदि के लिए डिज़ाइन किया जाएगा । अतीत में ALH Dhruv MK III UT ने सियाचिन ग्लेशियर और लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कई बार अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। हमारे भागीदारों के लिए धन्यवाद, आप ties हर पसंद और बजट के अनुरूप, बजट से लेकर टॉप-ऑफ़-द-रेंज सुपर स्टाइलिश मॉडल तक ऑनलाइन पा सकते हैं।
भारतीय तटरक्षक बल जाने वाले 9 ALH Mk III MR (Maritime Role) की विशेषताएं-
ALH Mk III MR (Maritime Role) संस्करण, समुद्री निगरानी, खोज और बचाव, रैपलिंग संचालन और कार्गो परिवहन और चिकित्सा हताहतों की आपातकालीन निकासी आदि के लिए डिज़ाइन किया जाएगा । इसने समुद्र और ज़मीन पर प्रतिकूल वायुमंडलीय परिस्थितियों में भी अपनी प्रतिभा को सिद्ध किया है।
“मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” को बढ़ावा-
रक्षा मंत्रालय का यह महत्वपूर्ण ऑर्डर सरकार की “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” पहल के साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है। आइए देखें कैसे:
- स्वदेशी उत्पादन: ALH Dhruv HAL द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित हेलीकॉप्टर है। यह मेगा ऑर्डर घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगा और रक्षा उपकरणों के लिए विदेशी आयात पर निर्भरता को कम करेगा।
- रोजगार सृजन: इन हेलीकॉप्टरों के निर्माण से रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा होंगे, जो आत्मनिर्भर भारत के सरकार के दृष्टिकोण में योगदान देगा। इन हेलीकॉप्टरों के निर्माण में अनुमानित 190 लाख मानव-घंटों की आवश्यकता होगी। इस हेलिकॉप्टर के निर्माण में, उपकरणों की आपूर्ति के लिए लगभग 200 से भी आधिक MSME कम्पनियों और 70 से भी आधिक स्थानीय विक्रेताओं को रोजगार मिलेगा।
HAL शेयरों पर आसार-
HAL को 8703 करोड़ का आर्डर मिलने के बाद आज के दिन 14 मार्च को इसके शेयरों में गज़ब की तेज़ी देखी गयी, और ये शेयर 4.23% की तेजी के साथ 128 अंक बढ़कर 3,168 रुपये पर बंद हुआ ।
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